साइबर दुनियां में कितना क्राइम और Scam होता है ये हमे सोसल मीडिया पर पता चल ही जाता है और साइबर अटैक के मामले में देश में तेजी से बड़ता जा रहा है इन से बचने के लिए सरकार पूरी आपनी कोशिश करती है और समय-समय पर अपनी विचार भी देता रहता है जिसमें अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह दी जाती है और बहुत से लोग तो अंजन लिंक पी क्लीक करते ही वो इसके चपेट पी पड़ ही जाते है।
Top phones launching in September
Warning for Android Users
सरकार ने अपनी विचार में बताया है कि साइबर क्राइम में बताया है की सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म और ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे वॉट्सऐप, चैटजीपीटी, ओपेरा मिनी, यूट्यूब, नेटफ्लिक्स और इंस्टाग्राम के जरिए आपके डिवाइस में इंस्टॉल कर सकते हैं. ऐसे में इस एडवांस के अटैक से बचने की बहुत ही ज़रूरी हैं आप इस से कैसे बच सकतें है और अपनें आप को सुरछित रख सकतें है ।

क्या होता है एडवांस मैलवेयर और इसके नुकसान?
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के एक विभाग रक्षा महानियंत्रक ने DogRAT नाम के रिमोट एक्सेस ट्रोजन पर आपनी बीचर किया है जिसमे कि साइबर सुरक्षा स्टार्टअप CloudSEK का प्लेटफॉर्म है, इस एडवाइजरी में बताया गया है कि एक बार अगर एडवांस मैलवेयर आपके डिवाइस में जगह बना लेता है और ये आपकी सभी डाटा जैसी की बैंकिंग , Credit card, Password, फोटो, चैट etc जैसे सभी डाटा अपनें में कैप्चर कर सकता है साथ ही ये मैलवेयर यूजर्स को ट्रैक कर सकता है और ऑडियो रिकॉर्ड भी कर सकता है।
कैसे बचें एडवांस मैलवेयर अटैक से?
एडवांस मैलवेयर अटैक से बचने के लिए हमे किसी भी एप्प के ओरिजनल ऐप्स को यूज करना चाहिए सरकार की एडवाइजरी के अनुसार Chat gpt , YouTube, Netflix, etc ऐप्स के बहुत से मोड़ एप्प लांच किए गाए है जो हमे सभी सेवा फ्री में उपलब्ध करवाए गए है जिसको हम फ्री सोच कर इसके चपेट पे पड़ जाते है और इस तरह से वो हमारे कैमरा, Audion, Data, password, photos, जैसे सभी डाटा को पुरा तरह से कंट्रोल कर लेते है और वो हमारे डाटा का यूज करके वो हमे स्कैम करवा सकतें है ।
भारत है दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट यूज करने वाला देश।
देश में बीते कुछ सालों में बहुत हि तेजी से डिजिटलीकरण हुआ है. ऐसे में साइबर अपराध के मामलों में भी बहुत बड़ गया है और IT मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2018 की तुलना में 2022 में साइबर अटैक के मामलों में 171 प्रतिशत की वृद्धि एक बडी संख्या में बड़ोत्री हुई है बीते हुऐ 2018 में साइबर अटैक के पुरे 70,798 मामले सामने आए थे लेकिन अब 2022 में ये मामले बढ़कर 1,92,439 हो गए और ये बहुत ही बडी संख्या है ।