Millet food business : P. Janakan मैकेनिकल इंजीनियर के तौर पर चेन्नई में Motherson group कम्पनी में काम करते थे, जिन्होंने अपने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की जॉब छोड़कर millet food business शुरू किया और इस बिजनेस में 3 करोड रुपए 1 साल में बनाए मैं बचपन से ही पेड़ पौधे खेतों के बीच में ही बड़े-बड़े थे चेन्नई में काम करने में उनका बिल्कुल भी मन नहीं लग रहा था वह अपने माता पिता के साथ ही वहाँ रहकर कुछ काम करना चाहते थे और हमेशा कुछ ऐसा काम सोचते थे जो गॉव में रहकर ही किया जा सके।
Millet food business की शुरुआत कैसे हुई
P. Janakan का मन कंपनी में बिल्कुल नहीं लगता था तो उन्होंने वहां से छोड़ने काम लेने का निर्णय लिया जिन्होंने कम्पनी से इस्तीफा दे दिया और अपने गांव जाने की वजह उन्होंने खेतों में घूमने का निर्णय बनाया है और वह वहां घूमने लगे, वहां घूमने के बाद उनके मन में एक प्रश्न आया कि सभी किसान लोग millet की खेती को छोड़कर बाकी सभी खेती कर रहे हैं तो उन्होंने वहां के सभी किसानों से उसके बारे में पूछा और सभी प्रश्न का उत्तर ढूंढने का निर्णय बनाया
कोयंबटूर के पास तिरुपत्तूर की पहाड़ियों में घूमते हुए उनकी मुलाकात कुछ किसानो से हुई जो पहले millet की खेती करते थे परन्तु अब वह इसकी खेती छोड़कर चावलों के अलग अलग किस्मो की खेती कर रहे थे
उन्होंने इसके बारे में पढ़ना शुरू किया और पाया मिलेट यानि बाजरा के खाद्य पदार्थो को बेकरी उत्पादों और अन्य जगह बहुत प्रयोग किया जाता है और इसकी मांग भी ज्यादा है उन्होंने यह भी पाया की इसकी प्रोसेसिंग और कम कीमत की वजह से लोग इसकी खेती नहीं कर रहे थे इसी मौके को देखते हुए उन्होंने Millet food business की शुरुआत की
Millet food business कैसे बनाएं 1 साल में 3 करोड़ रुपए
बिजनेस के बारे में पूरी जानकारी हो चुकी थी जो किसान बाजरा की कम पैमाने पर खेती कर रहे थे उन्होंने उनसे जानकारी ली और उनको अपने इस काम में शामिल कर लिया।
बाजरा ग्लूटेन-मुक्त, क्षारीय और प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और बाजार में इसकी मांग भी है परन्तु इसकी खेती की प्रक्रिया और इसकी लागत की वजह से किसान इसकी खेती नहीं करते
परन्तु जो किसान कम पैमाने पर खेती कर रहे थे उन्होंने उसने बाजरा 20 प्रतिशत अधिक रेट पर खरीदा और वहन की लागत को उसमे शामिल किया।
अब किसानो की बाजरा की खेती में रूचि आने लगी और वो अब 500 टन से अधिक बाजरा संसाधित करने लगे इस तरह पहले साल में `उनकी कम्पनी ने 3 करोड़ का टर्नओवर किया।
बाजरा ( Millet) प्रसंस्करण का व्यवसाय इतनी जल्दी कैसे सफल हुआ
व्यापार की सफलता इतनी ज्यादा आसान है कि उन्होंने किसानों को बाजीराव आने के लिए बोला परंतु किसानों को उनके ऊपर विश्वास नहीं था कि वह उनके द्वारा गाया गया बाजरा खरीदेंगे परंतु उन्होंने किसानों को विश्वास दिलाया उन्होंने किसानों को एडवांस में पेमेंट भी किया जिससे उनका विश्वास बना रहे अब किसानों ने बाजरे की खेती करना शुरू कर दिया।
हर महीने 50 टन बाजरे की प्रक्रिया करते थे और उन्हें 30 से 40% output ही निकलता था बाकी सब waste में जाता है, अब उन्होंने हर साल 600 टन बाजरा किसानो से लेना शुरू कर दिया और बाजरे के अलग अलग गुणवत्ता वाली खाद्य पदार्थ बनाकर बाजार में बेचने शुरू कर दिए और कम्पनी ने कुछ ही समय में 2.5 करोड़ का व्यपार कर लिया।
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