American nurse: भारतीय नर्सों के लिए अमेरिका में एक प्रक्रिया प्राप्त करना शायद कम जटिल हो, लेकिन अमेरिका में बसे भारतीय नेटवर्क ने इसे सबसे पहले अंजाम दिया है। यह पहल अमेरिका के ह्यूस्टन में राजपुरोहित नेटवर्क की सहायता से की गई है। गुरुवार को अमेरिका के ह्यूस्टन में राजपुरोहित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन “आरआईटीई कॉलेज”और “ह्यूस्टन इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ” “हाई” का उद्घाटन किया गया।
American nurse
जालोर-सिरोही सांसद देवजी भाई पटेल ने दोनों संस्थानों का उद्घाटन किया। भारतीय नर्स को अमेरिका में ESL इंग्लिश और NCLEX परीक्षा छोड़नी पड़ती है, जिसकी शिक्षा और निर्देशन “राइट कॉलेज” की मदद से किया जा सकता है।
भारतीय नर्सें इस संस्थान की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रूट से जुड़ सकती हैं, उसके बाद परीक्षा के मार्गदर्शन के लिए संस्थान की मदद से कई मॉक टेस्ट तैयार किए जा सकते हैं और फिर यह संभव होगा। ईएसएल और एनसीएलईएक्स चेक को छोड़ना और अमेरिका में एक नर्स के रूप में उभरना आसान हो। कोई प्रक्रिया प्राप्त करना सहज हो सकता है।
भारतीय स्टूडेंट्स को हर तरह की मदद
अमेरिका के ह्यूस्टन में बसे भारतीय नेटवर्क के डॉ. दिनेश राजपुरोहित ग्राम बागरा जिला जालोर के मूल निवासी हैं। डॉ. दिनेश इस संस्थान के अध्यक्ष हैं, वह भारतीय नेटवर्क के कई समूहों में सक्रिय हैं, डॉ. दिनेश राजपुरोहित ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि कैसे यह संस्थान आने वाले भविष्य में भारतीय कॉलेज के छात्रों को हर तरह की सहायता प्रदान करेगा।
उनके मुताबिक अमेरिका करीब 12 लाख नर्सों की कमी से जूझ रहा है, सांसद देवजीभाई पटेल ने बताया कि राजस्थान, गुजरात, केरल और भारत के अन्य राज्यों की मदद से इस कमी की भरपाई की जा सकती है।
नर्सिंग और मेडिकल सहायक कोर्स ह्यूस्टन इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ के तहत चलाए जा सकते हैं। बहुत जल्द ही दोनों इंस्टीट्यूट को अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट्स छात्रों को वीजा देने के लिए मान्यता मिल गई। परन्तु अभी में उन संस्थानों की पहचान टेक्सास राज्य वर्कफोर्स कमीशन से मान्यता प्राप्त हैं।