World Cup 2023 का शुभारंभ 5 अक्टूबर 2023 से होने जा रहा है। इसको लेकर फैंस में जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। क्रिकेट का दुनिया में भर में बढ़ता क्रश को देखकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने शनिवार को अपने शुभंकर (mascot) का अनावरण किया है। जो उसे भावना और एकता को प्रतिनिधित्व करता है इससे क्रिकेट को दुनिया भर में बढ़ावा मिलता है।
इस शुभंकर जोड़ी को भारत के गुरुग्राम में एक कार्यक्रम में लॉन्च किया गया है। जिसमें आईसीसी अंडर-19 महिला और पुरुष विजेता कप्तानशैफाली वर्मा और यश ढुल ने भाग लिया है। बता दें कि यह मस्कट जेंडर इक्वलिटी थीम से प्रेरित होकर तैयार किया गया है। जिसमें महिला के हाथ में बोल और पुरुष के हाथ में बल्ला थमाया गया है।
World Cup 2023 आपको रखना है इस मस्कट का नाम
इस मस्कट को आईसीसी द्वारा लॉन्च करने के पीछे का मकसद दुनिया भर के फैंस को खेल से जोड़ना है। हालांकि आईसीसी ने इस बार एक नया गेम खेला है जिसमें मस्कट का नाम तय नहीं किया गया है। काउंसलिंग ने मस्कट का नाम चयन करने के लिए फैंस से मदद मांगी है। क्रिकेट प्रेमी आईसीसी के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसके लिए वोट कर सकते हैं।
महिला ने थाना बॉल
आईसीसी ने महिला को बोल थमाने के पीछे का मकसद समझाते हुए बताया है कि बिजली की गति से आज के गले फेकने वाली टर्बो संचालित महिला चरित्र की सटीकता सबसे साहसी बल्लेबाजों को भी आश्चर्यचकित कर देती है। उनकी बेजोड़ रिफ्लेक्स, फ्लेक्सिबिलिटी और स्ट्रेंथ एक गेंदबाज के लिए शानदार है। मस्कट में बेल्ट पर 6 गेंदे लगाई गई हैं जिनका उपयोग मैच की परिस्थिति के अनुसाए किया जाता है।
पुरुष ने थामा बल्ला
आईसीसी ने पुरुष के हाथों में बल्ला देने के पीछे का भी मकसद को बताते हुए कहा है की मस्कट कैरक्टर अधिक प्रेशर वाली सिचुएशन में भी एक दम शांत रहता है। वह अपनी क्रिएटिविटी और चालाकी से शानदार शॉट मारता है। इसके साथ ही दर्शकों को दिल अपने खेल से जीत लेता है। मस्कट के हर शॉट को देखकर आप आश्चर्यचकित हो जाएंगे कि उसे इतनी एनर्जी कहां से मिलती हैं।
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