रमेश कुमार दुआ: 1971 में पारिवारिक बिज़नेस से अलग होने के बाद उनके हिस्से में 1 लाख का कर्ज आया था जो उन्होंने कर्ज की भरपाई की थी। रमेश कुमार दुआ ने अपने भाई मुकुंद लाल दुआ के साथ मिलकर फुटवियर कंपनी रिलेक्सो की शुरुवात की थी। आज कंपनी सऊदी अरब, पापुआ न्यू गिनी, तंजानिया, संयुक्त अरब अमीरात और पनामा में अपने प्रोडक्ट्स निर्यात करती है।
1996 में भाई के साथ मिलकर शुरुवात की रिलेक्सो की
रमेश कुमार दुआ जूते चप्पल बनाने वाली कंपनी रिलेक्सो के संस्थापक है। उन्होंने 1976 में अपने भाई मुकुंद लाल दुआ के साथ इस कंपनी की शुरुवात की थी। वह रिलेक्सो के मैनेजिंग डायरेक्टर है और उनके भाई बोर्ड मेंबर है।

1976 से पहले वह जूते चप्पल और साईकल के पार्ट्स बनाते थे। 1976 में उन्होंने साईकल के पार्ट्स बनाना छोड़कर पूरा ध्यान जूते चप्पल बनाने में रखा।
1976 में 10000 रूपये जगह की डिपोसिट दी और 350 रूपये जगह का किराया था, एक प्रोडक्ट जो हवाई चप्पल के नाम से मार्किट में बेचना शुरू किया था।
सरकारी प्रतिबंध के चलते जूते चप्पल की अलग अलग नाम से शुरू की कंपनी या
सरकारी प्रतिबंधों की वजह से उन्होंने अलग अलग नाम से जूते चप्पल की कंपनीओ की शुरुवात की और मुख्य उद्देश्य मात्रा और गुणवत्ता पर रखा, क्योंकि गुणवत्ता अच्छी और मात्रा जयदा होगी तो काम समय में ज्यादा लोगो तक पहुंच सकते है।
अपने उत्पादों को अलग दिखाने और वितरकों को अपनी शर्तो मनाने और विज्ञापन के जरिये उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए उन्होंने ‘रिलैक्सो’ नाम रखा। आपातकाल के दौरान, दुआ ने विक्रेताओं को रातों-रात अपने उत्पाद हटाने से रोकने के लिए ब्रांड स्थापित करने का निर्णय लिया। और ‘रिलैक्सो’ नाम से मार्केट में पकड़ बनाये रखने के लिए गुणवत्ता में ध्यान दिया।

1995 में सरकार ने प्रतिबंध हटाए और कंपनी को फायदा हुआ
1995 में सरकार ने प्रतिबंध हटाए तो इसका रिलेक्सो ने लाभ उठया और प्रतिदिम 50000 जोड़े बनाने के लिए 7.5 करोड़ की नयी मशीन खरीदने में निवेश किया। अर्थव्यवस्था खुलते ही मांग बढ़ने की वजह से कंपनी को फायदा मिला। इन वर्षों में, रिलैक्सो एक पारिवारिक व्यवसाय से एक बड़े फुटवियर निर्माता के रूप में विकसित हुआ।
आज, रिलैक्सो के अंतर्गत चार ब्रांड हैं – बहामास, स्पार्क्स, फ्लाइट और स्कूलमेट। रिलैक्सो Flipkart, Mynthra, A mazon और D-Mart के माध्यम से उत्पादों की बिक्री करता है।
रमेश कुमार दुआ की संपत्ति
उनके रेवेन्यू का लगभग 5% निर्यात से आता है, सऊदी अरब, पापुआ न्यू गिनी, तंजानिया, संयुक्त अरब अमीरात और पनामा में 30 विदेशी वितरकों के से मजबूत मांग दिखाई दे रही है। कंपनी हर साल 4.5 % से वृद्धि कर रही है और 2023 में 2783 करोड़ रूपये का रेवेन्यू किया है। फोर्ब्स इंडिया के अनुसार, रमेश कुमार दुआ की कुल संपत्ति 1 अरब डॉलर है ।
कंपनी का लक्ष्य वितरण पर जोर देते हुए अफ्रीका और मध्य पूर्व में विस्तार करना है।
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