चंद्रयान-3 की लैंडिंग की ज़िम्मेदारी महिला वैज्ञानिक रीतू  करिधाल को सौंपी गई है।

साल 1997 में ISRO के साथ काम करना शुरू किया था।

 2007 में  यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड भी मिल चुका है।

रीतू करिधाल को लोग  'रॉकेट वुमन' नाम से जानते है। लखनव से है। 

ऋतु करिधाल ने चंद्रयान 3 की मिशन डायरेक्टर के रूप में अपनी भूमिका निभाई है। 

उनकी जिम्मेदारी यह है की उनको चंद्र के ऊपर लैंडर को सुरक्षित लैंड करना है।

ऋतु करिधाल मिशन मंगलायन और मिशन चन्द्रयान-2 में अहम भूमिका निभा चुकी हैं।

ऋतु मंगलयान मिशन की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर रह चुकी हैं 

क्यों चंद्रयान 3 को चाँद तक पहुँचने में लगेंगे 42 दिन?