Sakshi Malik: भारत की महान कुश्ती प्लेयर साक्षी मलिक को तो आप लोग भले भारतीय जानते होंगे। इन्होंने भारत का नाम विश्व स्तर पर ऊंचा किया है। अपनी कुश्ती के लिए पूरे दुनिया में लोहा बनवा चुकी साक्षी मलिक इन दिनों इंटरनेट पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। इन दिनों साक्षी मलिक सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर काफी ज्यादा सुर्खियों में है।
दोस्तों हाल में ही साक्षी मलिक ने कुश्ती को अलविदा कह दिया है। जैसे ही उन्होंने कुश्ती से अलविदा का ऐलान सोशल मीडिया पर किया है। उसके फैंस काफी ज्यादा शौक में है, जानना चाह रहे हैं कि आखिर उन्होंने क्यों इतना बड़ा कदम उठाया है? यदि आप भी जानना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल की अंत तक बन रहे तो चले बिना किसी देरी के इस आर्टिकल को शुरू करते हैं।
साक्षी मलिक ने कुश्ती को कहा अलविदा
भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष के रूप में संजय सिंह को चुना गया है। संजय सिंह को जैसे ही भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष के रूप में चयन किया गया है। उसके बाद से कुश्ती जगत में एक जंग छिड़ गया है। दरअसल संजय सिंह के अध्यक्ष बनते ही साक्षी मलिक ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और उसमें उन्होंने कहा कि हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए हैं और देश के ही कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए लेकिन इसके बावजूद हम हार गए और इस फेडरेशन का हिस्सा बृजभूषण सिंह के बिजनेस पार्टनर और कभी भी सहयोगी संजय सिंह को बना दिया इसलिए मैं अपने कुश्ती को त्यागती हूं।
Shakhi Malik कौन हैं?
शाक्षी मलिक एक फेमस महिला पहलवान है। कुश्ती में क्षेत्र इन्होंने काफी प्रभावशाली छाप छोड़ा है। शाक्षी मलिक का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के मोखरा गांव में 3 सितंबर 1992 को हुआ था। आपको बता दूं कि दादा सुबीर मलिक काफी महान पहलवान थे, जिनसे प्रेरित होकर शाक्षी ने बचपन से ही कुश्ती की और अपना करियर का ठानी थी।
आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने महज 12 साल की उम्र में साक्षी ने पहलवानी के लिए ट्रेनिंग शुरू कर दिया। उन्होंने साल 2009 में एशियाई जूनियर विश्व चैंपियनशिप में शामिल हुईं और फ्रीस्टाइल में किलो 59 किलो भार वर्ग में रजत पदक हासिल किया। अगले साल 2010 में कांस्य पदक, 2013 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
Shakshi Malik Achievements
Event | Medal | Year | Weight Class |
---|---|---|---|
Olympic Games | Bronze | 2016 Rio de Janeiro | 58 kg |
Commonwealth Games | Gold | 2022 Birmingham | 62 kg |
Commonwealth Games | Silver | 2014 Glasgow | 58 kg |
Commonwealth Games | Bronze | 2018 Gold Coast | 62 kg |
Asian Championships | Bronze | 2015 Doha | 60 kg |
Asian Championships | Silver | 2017 New Delhi | 60 kg |
Asian Championships | Bronze | 2018 Bishkek | 62 kg |
Asian Championships | Bronze | 2019 Xi’an | 62 kg |
Commonwealth Championships | Bronze | 2013 Johannesburg | 63 kg |
Commonwealth Championships | Gold | 2017 Johannesburg | 62 kg |
World Junior Championships | Bronze | 2010 Budapest | 59 kg |
Asian Junior Championships | Silver | 2009 Manila | 59 kg |
Asian Junior Championships | Gold | 2012 Almaty | – |
बृजभूषण सिंह शरण सिंह पर थे ये आरोप
18 जनवरी को भारतीय कुश्ती के तीन बड़े पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और बबीता फोगाट ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना शुरू किया था। उनके साथ कई और युवा रेसलर भी थे। पहलवानों ने उसे समय से कुश्ती महासंघ अध्यक्ष खिलाफ यौन उत्प्रेरण और छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मुलाकात के बाद एक पहलवान ने की जनवरी को दिन धरना खत्म कर दिया।
बृजभूषण सिंह के लगे आरोप की जांच के लिए एक समिति बिठाई गई। समिति ने अप्रैल में अपनी रिपोर्ट दी, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। इस बीच खबरें आई की बृजभूषण सिंह निर्दोष पाए गए और 27 अप्रैल को पहलवान दूसरी बार धरना पर बैठ गए पहलवानों में जंतर मंतर ने अपना अंडा बना लिया और दिन-रात धरना जारी रखा।
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