Poshan Abhiyan 2023: हमारा देश भारत इस समय विकासशील देशो की सूचि में आता हैं, यानी अभी हम एक विकसित देश बनने की यात्रा पर हैं। यह तो आप जानते ही होंगे कि किसी भी विकासशील देश में कुपोषित बच्चो के सबसे ज्यादा मामले देखे जाते हैं। ऐसा इसलिए देखा जाता हैं क्योकि देश में अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो यापन गरीबी रेखा से नीचे हैं, जिन्हे एक समय की रोटी भी मुश्किल से मिलती हैं।
यही कारण हैं कि उन परिवार के बच्चो को कुपोषण की बीमारी लग जाती हैं। पर सरकार ने इस समस्या को हल करने के लिए देश ने ‘Poshan Abhiyan’ नाम से योजना शुरू की हैं। पर यह Poshan Abhiyan क्या हैं? इसके मुख्य बिंदु क्या हैं और इससे आपको कैसे लाभ हो सकता हैं। आज हम इन सभी चीजों के बारे में बात करेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।
Poshan Abhiyan क्या हैं?
Poshan Abhiyan भारतीय सरकार द्वारा चलायी गयी एक सरकारी योजना (अभियान) हैं जिसका मुख्य उद्देश्य देश के गरीब बच्चों (नवजात से लेकर 6 वर्ष तक के आयु के), किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण में सुधार किया जा सके और उन्हें कुपोषण से बाहर निकाला जा सके। इस योजना के तहत यह सुनिश्चित किया जाता हैं कि बच्चो और महिलाओं के अंदर कोई भी कुपोषण का लक्षण ना हो।
पोषण अभियान को बनाने में भारत के नीति आयोग का सबसे बड़ा योगदान रहा हैं और इस अभियान का संचालन महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता हैं। आपको यह भी बता दें कि यह कुपोषण के खिलाफ पूरी दुनिया का सबसे बड़ा अभियान हैं।
इस अभियान की शुरुवात भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 8 मार्च 2018 को की गयी थी ताकि भारत में कुपोषण के सभी मामलो को ख़त्म किया जाए।
आर्टिकल का नाम | पोषण अभियान क्या हैं? जाने पूरी जानकारी! |
योजना का नाम | Poshan Abhiyan |
किसने शुरू की | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने |
विभाग | महिला और बाल विकास मंत्रालय |
कब शुरू की गयी | 8 मार्च 2018 |
उद्देश्य | देश में कुपोषण स्तर को कम करना |
आधिकारिक वेबसाइट | https://poshanabhiyaan.gov.in/ |
Poshan Abhiyan में क्या होता हैं?
Poshan Abhiyaan में कई अनेक प्रकार के कार्यकर्मो का आयोजन होता हैं, इन कार्यकर्मो का उद्देश्य लोगो में कुपोषण के खिलाफ लड़ने की जागरूगता पैदा करनी होती हैं जिससे समाज में एक बदलाव आ सके। साथ में इस अभियान का प्रचार इस तरह किया जाता हैं कि कोई भी पात्र महिला और बच्चा इस योजना का लाभ उठाने से ना रह जाए।
इस अभियान का मुख्य बिंदु यही हैं कि भारत में कुपोषण के मामलो को कम से कम किया जाए ताकि सभी लोगो को खाना मिल सके और सभी तंदरुस्त रहे।
Poshan Abhiyan का लक्ष्य
सरकार ने जब इस अभियान को शुरू किया तो इसके कुछ मुख्य लक्ष्य भी तय किए हैं, जिसके बारे में आप नीचे पढ़ सकते हैं।
- बच्चो एवं महिलाओं को खाना प्रदान करवाना और अल्प पोषण के मामले में 2% तक की कमी करनी।
- नवजात शिशु में कम होने वाले वजन की समस्या को 2% तक कम किया जा सके।
- छोटे बच्चो, गर्भवती महिलाओ, किशोरों में एनीमिया के मामलो को 3% तक कम करना।
- पुरे देश में कुपोषण के मामलो में कमी करना।
Poshan Abhiyan किन लोगो के लिए हैं?
Poshan Abhiyan जिन लोगो के लिए शुरू किया गया हैं उसके बारे में नीचे लिखा हुआ हैं।
- नवजात शिशु
- किशोरियां
- गर्भवती महिलाएं
- बच्चे
Poshan Maah क्या हैं?
सरकार द्वारा Poshan Abhiyan योजना शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हर साल सितम्बर के महीने को Poshan Maah के रूप में मनाने का पुरे देश को प्रोत्साहन दिया। इसलिए सितम्बर के महीने को Poshan Maah कहा जाता हैं, सरकारी बयान के अनुसार Poshan Maah के समय पुरे देश में जमीनी स्तर पर पोषण से संभंधित गतिविधिया चलायी जाएँगी।
ताकि देश में कुपोषण के मामलो को कम किया जा सके और कुपोषण से शिकार लोगो की ज्यादा से ज्यादा मदद की जा सके।
Poshan Abhiyan Data Entry
Poshan Abhiyan Data Entry में लॉगिन करने के लिए आप नीचे दिए हुए स्टेप्स फॉलो करे सकते हैं।
- सबसे पहले पोषण अभियान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- फिर वेबसाइट पर आपको Data Entry का ऑप्शन मिलेगा।
- Data Entry के ऑप्शन पर क्लिक कर दें।
- क्लिक करते ही आपके सामने Poshan Abhiyan Data Entry में लॉगिन करने का पेज खुल जायेगा।
हम आशा करते हैं कि इस लेख की मदद से आपको Poshan Abhiyan क्या हैं? इसकी पूरी जानकारी मिल गयी होगी। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा तो इसे अपने परिवार वालों के साथ जरूर साँझा करें।
आम पूछे जाने वाले प्रश्न:
पोषण माह कब से शुरू होता हैं?
पोषण माह हर साल भारत में सितम्बर के महीने में शुरू होता हैं।
पोषण अभियान हेल्पलाइन नंबर क्या हैं?
पोषण अभियान हेल्पलाइन नंबर हैं – 14408