करिश्मा कपूर: उन्होंने अपनी भूंभूल ख़ुशी को अपनी भूमिकाओं में लाया और "राजा हिंदुस्तानी" और "दिल तो पागल है" जैसी हिट फ़िल्मों में धमाल मचाया।
रानी मुखर्जी: उनका सहायक भूमिकाओं से प्रमुख नायिका बनना नोटवर्थ है, और उनके "कुछ कुछ होता है" और "ब्लैक" जैसे फ़िल्मों के प्रदर्शनों को समीक्षात्मक प्रशंसा प्राप्त हुई।
मनीषा कोइराला: उनकी भूमिकाओं ने फ़िल्मों के "दिल से" और "बॉम्बे" जैसे शीर्षकों के साथ उनके अभिनय की गहराई को प्रकट किया, जिससे वह उनके समय की सबसे मान्य अदाकारा में से एक बनीं।